प्रीतिवर्द्धन
From जैनकोष
(1) प्रभाकरी नगरी का राजा । इसने मासोपवासी पिहितास्रव मुनि को आहार दिया था । जिससे उसे पंचाश्चर्य प्राप्त हुए थे । इसने मुनि के कहने से राजा अतिपूर्व के जीव सिंह की समाधि में यथोचित सेवा की जिससे उसे देवगति मिली । महापुराण 8. 192, 195, 201-209
(2) दशांगपुर के राजा वज्रकर्ण का उपदेशक एक साधु । पद्मपुराण - 33.75-120
(3) अच्युत स्वर्ग का एक विमान । महापुराण 7.26