बाह्यतप
From जैनकोष
कायक्लेश के द्वारा किया जाने वाला तप । इस तप के छ: भेद हैं― अनशन, अवमौदर्य, वृत्तिसंख्यान, रसत्यागा, काय-निग्रह और विविक्तशय्यासन । महापुराण 20. 175-189
कायक्लेश के द्वारा किया जाने वाला तप । इस तप के छ: भेद हैं― अनशन, अवमौदर्य, वृत्तिसंख्यान, रसत्यागा, काय-निग्रह और विविक्तशय्यासन । महापुराण 20. 175-189