भानुगति
From जैनकोष
राक्षसवंशी एक विद्याधर । यह अमृतवेग का पुत्र था । इसने पिता से प्राप्त राज्य अपने पुत्र चिंतामति को सौंप करके जैनदीक्षा ले ली थी । पद्मपुराण - 5.393,पद्मपुराण - 5.400
राक्षसवंशी एक विद्याधर । यह अमृतवेग का पुत्र था । इसने पिता से प्राप्त राज्य अपने पुत्र चिंतामति को सौंप करके जैनदीक्षा ले ली थी । पद्मपुराण - 5.393,पद्मपुराण - 5.400