मधुक्रीड
From जैनकोष
भरतक्षेत्र के कुरुजांगल देश में हस्तिनापुर नगर का राजा । धर्मनाथ तीर्थंकर के तीर्थ में प्रतिनारायण था । बलभद्र सुदर्शन और नारायण पुरुषसिंह के तेज को न सह सकने से इसने उनसे श्रेष्ठ रत्न मांग कर विरोध उत्पन्न कर लिया था । नारायण और इसके बीच युद्ध हुआ जिसमें इसने चक्र चलाकर नारायण को मारना चाहा किंतु नारायण तो नहीं मारा गया उसी चक्र से नारायण के द्वारा यह मारा गया । महापुराण 61. 56, 74-81