मधुसूदन
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
देखें मधुकैटभ ।
पुराणकोष से
(1) अवसर्पिणीकाल के दुःषमा-सुषमा नामक चौथे काल में उत्पन्न शलाकापुरुष और छठा प्रतिवासुदेव । यह काशी देश में वाराणसी नगरी का स्वामी था । इसने बलभद्र सुप्रभ तथा नारायण पुरुषोत्तम से फलस्वरूप गज और रत्न मांगे थे । फलस्वरूप बलभद्र और नारायण इसके विरोधी हो गये । इसने उनसे युद्ध किया और अपने ही चक्र से मृत्यु को प्राप्त होकर नरक गया । महापुराण 60. 71-78, 83, 67.142-144, वीरवर्द्धमान चरित्र 18.101, 114-115 देखें मधुकैटभ
(2) कृष्ण का अपर नाम । महापुराण 70.470