महोदर
From जैनकोष
(1) राजा धृतराष्ट्र तथा रानी गांधारी का अड़तालीसवाँ पुत्र । पांडवपुराण 8.198
(2) खरदूषण का मित्र एक विद्याधर । यह कुंभपुर नगर का एक नृप था । इसकी सुरूपाक्षी रानी से तडिन्माला पुत्री हुई थी, जो भानुकर्ण से विवाही गयी थी । पद्मपुराण - 8.142-143, 45.86