मार
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
चौथे नरक का द्वितीय पटल –देखें नरक - 5.11।
पुराणकोष से
(1) चौथी पृथिवी के तीसरे प्रस्तार का इंद्रक बिल । इस इंद्रक की चारों महादिशाओं में छप्पन, विदिशाओं में बावन कुल एक सौ आठ विमान है । हरिवंशपुराण - 4.82-131
(2) आगामी नौवाँ रुद्र । हरिवंशपुराण - 60.571