यश:पाल
From जैनकोष
(1) ग्यारह अंग के ज्ञाता एक आचार्य । हरिवंशपुराण - 1.64
(2) विजयार्ध पर्वत के राजपुर नगर के राजा धरणीकंप की पुत्री सुखावली का पुत्र । यह जिनेंद्र गुणपाल के पास दीक्षित हो गया था । महापुराण 47.73-74, 188
(1) ग्यारह अंग के ज्ञाता एक आचार्य । हरिवंशपुराण - 1.64
(2) विजयार्ध पर्वत के राजपुर नगर के राजा धरणीकंप की पुत्री सुखावली का पुत्र । यह जिनेंद्र गुणपाल के पास दीक्षित हो गया था । महापुराण 47.73-74, 188