यौधेय
From जैनकोष
चार प्रकार की लिपियों मे परिगणित नैमित्तिक लिपि का एक भेद । यह लिपि यौधेय देश में प्रचलित थी । इसलिए इसका नाम भी यौधेय पड़ा । केकया इसे जानती थी । (पद्मपुराण - 24.26)
चार प्रकार की लिपियों मे परिगणित नैमित्तिक लिपि का एक भेद । यह लिपि यौधेय देश में प्रचलित थी । इसलिए इसका नाम भी यौधेय पड़ा । केकया इसे जानती थी । (पद्मपुराण - 24.26)