रतिशैल
From जैनकोष
भरतक्षेत्र का नंदिवृक्षों से मुक्त एक पर्वत । वनवास के समय राम-लक्ष्मण और सीता यहाँ आये थे । (पद्मपुराण - 53.158-160)
भरतक्षेत्र का नंदिवृक्षों से मुक्त एक पर्वत । वनवास के समय राम-लक्ष्मण और सीता यहाँ आये थे । (पद्मपुराण - 53.158-160)