रामपुरी
From जैनकोष
वनवास के समय में राम-लक्ष्मण के लिए यक्षराज पूतन द्वारा विंध्यवन में निर्मित एक नगरी । राम के लिए निर्मित होने से यह नगरी इस नाम से अभिहित हुई । राम के द्वारपाल, भट, मंत्री, घोड़े, हाथी जैसे अयोध्या में थे वैसे ही इस नगरी में भी थे । पद्मपुराण - 35.43-45, 51-53