लोकाग्रवास
From जैनकोष
लोक के शिखर पर स्थित अष्टम प्राग्भार भूमि । यहाँ मुक्त जीव रहते है । यह ‘‘लोकाग्रवासिने नमो नम:’’ इस पीठिका मंत्र से प्रकट होता है । महापुराण 40.19, 42.107
लोक के शिखर पर स्थित अष्टम प्राग्भार भूमि । यहाँ मुक्त जीव रहते है । यह ‘‘लोकाग्रवासिने नमो नम:’’ इस पीठिका मंत्र से प्रकट होता है । महापुराण 40.19, 42.107