लोलुभ
From जैनकोष
जयसेन के पूर्वभव का जीव-सुप्रतिष्ठ नगर का एक हलवाई । इसने लोभाकृष्ट होकर अपने पैर काट डाले थे । पुत्र को मार डाला था और स्वयं भी राजा के द्वारा मारा गया तथा मरकर यह नेवला हुआ । महापुराण 8.234-241, 47.376
जयसेन के पूर्वभव का जीव-सुप्रतिष्ठ नगर का एक हलवाई । इसने लोभाकृष्ट होकर अपने पैर काट डाले थे । पुत्र को मार डाला था और स्वयं भी राजा के द्वारा मारा गया तथा मरकर यह नेवला हुआ । महापुराण 8.234-241, 47.376