लोहित
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
- लवण समुद्र की उत्तर दिशा में दक पर्वत का स्वामी देव−देखें लोक - 5.9।
- सौधर्मस्वर्ग का 9वाँ पटल व इंद्रक−देखें स्वर्ग - 5.3।
पुराणकोष से
पांडुकवन का एक भवन। इसकी चौड़ाई पंद्रह योजन, ऊँचाई पच्चीस योजन और परिधि पैतालीस योजन है। यहाँँ सोम लोकपाल का निवास है। हरिवंशपुराण - 5.316,हरिवंशपुराण - 5.322