वज्रप्रभ
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
कुंडल पर्वत का एक कूट−देखें लोक - 5.12।
पुराणकोष से
(1) कुंडलगिरि पर्वत की पूर्व दिशा का दूसरा कूट । यहाँ पंचशिरस् देव रहता है । हरिवंशपुराण - 5.690
(2) सौमनस वन का एक भवन । इसकी चौड़ाई पंद्रह योजन, ऊंचाई पच्चीस योजन और परिधि पैतालीस योजन है । हरिवंशपुराण - 5.319-320
(3) वानरवंशी राजा वज्रकंठ का पुत्र । वज्रकंठ इसे राज्य सौंपकर मुनि हो गया था और इसने भी अपने पुत्र इंद्रमत के लिए राज्य देकर मुनि-दीक्षा ले ली थी । पद्मपुराण - 6.160-161