वसुधर्मा
From जैनकोष
कृष्ण के अनेक पुत्रों में एक पुत्र । यह कृष्ण के कुल का रक्षक था । हरिवंशपुराण - 48.70,[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_50#131|हरिवंशपुराण - 50.131]
कृष्ण के अनेक पुत्रों में एक पुत्र । यह कृष्ण के कुल का रक्षक था । हरिवंशपुराण - 48.70,[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_50#131|हरिवंशपुराण - 50.131]