वायुवेगा
From जैनकोष
विजयार्ध पर्वत पर द्यु तिलक नगर के राजा विद्याधर चंद्राभ और रानी सुभद्रा की पुत्री । इसका विवाह रथनूपुर के राजा विद्याधर ज्वलनजटी से हुआ था । अर्ककीर्ति इसका पुत्र और स्वयंप्रभा पुत्री थी । महापुराण 62.36-37, 41, पांडवपुराण 4.11-13 वीरवर्द्धमान चरित्र 3.71-75