वार्क्षमूलिक
From जैनकोष
विद्याधरों की एक जाति । इस जाति के विद्याधरों के आभूषण सर्पों के चिह्नों से युक्त होते हैं । ये वृक्षमूल नामक महास्तंभों का आश्रय लेकर बैठते हैं । हरिवंशपुराण - 26.22
विद्याधरों की एक जाति । इस जाति के विद्याधरों के आभूषण सर्पों के चिह्नों से युक्त होते हैं । ये वृक्षमूल नामक महास्तंभों का आश्रय लेकर बैठते हैं । हरिवंशपुराण - 26.22