विद्युन्मती
From जैनकोष
(1) पुष्करवर द्वीप में पश्चिम मेरु के पश्चिम की ओर सरिद् देश में वीतशोक नगर के राजा चक्रध्वज की दूसरी रानी । इसकी पुत्री पद्मावती वेश्या होने के निदानपूर्वक मरकर स्वर्ग में अप्सरा हुई थी । महापुराण 62.364-368
(2) कृष्ण की पटरानी गांधारी की पूर्वभव की जननी । यह गगनवल्लभ नगर के राजा विद्याधर विद्युवेग की रानी थी । गांधारी का जीव विनयश्री इसकी पुत्री थी जो नित्यालोक नगर के राजा महेंद्रविक्रम को विवाही गयी थी । हरिवंशपुराण - 60.89-91