विषय संरक्षण ध्यान
From जैनकोष
तत्त्वार्थसूत्र/9/35 हिंसानृतस्तेयविषयसंरक्षणेभ्यो रौद्रम्....।35। = हिंसा, असत्य, चोरी और विषय संरक्षण के लिए सतत् चिंतन करना रौद्र ध्यान है।35।
देखें रौद्रध्यान ।
तत्त्वार्थसूत्र/9/35 हिंसानृतस्तेयविषयसंरक्षणेभ्यो रौद्रम्....।35। = हिंसा, असत्य, चोरी और विषय संरक्षण के लिए सतत् चिंतन करना रौद्र ध्यान है।35।
देखें रौद्रध्यान ।