वैदर्भी
From जैनकोष
रुक्मिणी के भाई रुक्मी की पुत्री । रुक्मिणी द्वारा प्रद्युम्न के लिए यह कन्या माँगे जाने पर भी पूर्व विरोध-वश रुक्मी ने उसे यह कन्या नहीं दी थी । फलस्वरूप शंब और प्रद्युम्न ने भील के वेष में रुक्मी को पराजित करके बलपूर्वक इस कन्या का हरण किया तथा प्रद्युम्न ने इसे विवाहा था । हरिवंशपुराण - 48.11-13