व्रतप्रतिमा
From जैनकोष
श्रावकधर्म और ग्यारह प्रतिमाओं में दूसरी प्रतिमा । इस प्रतिमा का धारी सती शल्य रहित होकर पाँच अणुव्रत, तीन गुणव्रत और चार शिक्षाव्रत धारण करता है । वीरवर्द्धमान चरित्र 18.37
श्रावकधर्म और ग्यारह प्रतिमाओं में दूसरी प्रतिमा । इस प्रतिमा का धारी सती शल्य रहित होकर पाँच अणुव्रत, तीन गुणव्रत और चार शिक्षाव्रत धारण करता है । वीरवर्द्धमान चरित्र 18.37