श्रीनाग
From जैनकोष
(1) जंबूद्वीप के कच्छकावती देश का एक पर्वत । वीतशोक नगर के राजा वैश्रवण ने इसी पर्वत पर श्रीनागपति मुनि से धर्मश्रवण कर तप धारण किया था । महापुराण 66.2, 13-14
(2) सीमंत पर्वत पर विराजमान मुनि । ये हरिषेण चक्रवर्ती के दीक्षागुरु थे । महापुराण 67.61, 85-86