संजय
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
संजय एक परिव्राजक थे। इन्होने मौद्गलायन व सारिपुत्त को बुद्ध का शिष्य होने से रोका था।
पुराणकोष से
(1) विद्याधर विनमि का पुत्र । इनकी दो बहिनें थी― भद्रा और सुभद्रा । हरिवंशपुराण - 22.103-106
(2) एक चारण मुनि । इनके साथ विहार करने वाले चारणमुनि का नाम विजय था । इन मुनियों का संदेह वर्द्धमान के दर्शन मात्र से दूर हो गया था । अत इस घटना से प्रभावित होकर इन्होंने वर्द्धमान को सन्मति नाम में संबोधित किया था । महापुराण 74. 282-283
(3) राजा चरम का पुत्र यह नीति का जानकार था । हरिवंशपुराण - 17.28
(4) एक राजा, जो रोहिणी के स्वयंवर में गया था । हरिवंशपुराण - 31.29