संधि
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
1. एक ग्रह - देखें ग्रह ।
2. औदारिक शरीर में संधियों का प्रमाण - देखें औदारिक - 1.7।
पुराणकोष से
राजा के छ: गुणो में प्रथम गुण । युद्ध करने वाले दो राजाओं में मैत्री भाव हो जाना संधि कहलाती है । इसके दो भेद हैं—सावधि (अवधि सहित) और निरवधि (अवधि रहित) । महापुराण 68. 66-68