संभूतरमण
From जैनकोष
एक वन । यहाँ ऐरावती नदी बहती थी । इस नदी के तट पर इस वन में एक तपस्वियों का आश्रम था । तपस्वी कौशिक के पुत्र मृगशृंग ने यही जन्म लिया था । महापुराण 62.379-380
एक वन । यहाँ ऐरावती नदी बहती थी । इस नदी के तट पर इस वन में एक तपस्वियों का आश्रम था । तपस्वी कौशिक के पुत्र मृगशृंग ने यही जन्म लिया था । महापुराण 62.379-380