संवाहन
From जैनकोष
तिलोयपण्णत्ति/4/1400 संवाहणं ति बहुविहरप्पमहासेलसिहरत्थं।1400। =बहुत प्रकार के अरण्यों से युक्त महापर्वत के शिखर पर स्थित संवाहन जानना चाहिए।
तिलोयपण्णत्ति/4/1400 संवाहणं ति बहुविहरप्पमहासेलसिहरत्थं।1400। =बहुत प्रकार के अरण्यों से युक्त महापर्वत के शिखर पर स्थित संवाहन जानना चाहिए।