सप्तपरमस्थान
From जैनकोष
तीनों लोकों में मान्य सात उत्कृष्ट स्थान । वे हैं—सज्जाति, सद्गृहित्व, पारिव्राज्य, सुरेंद्रता, साम्राज्य, परमार्हंत्य और परमनिर्वाण । महापुराण 38.67-68
तीनों लोकों में मान्य सात उत्कृष्ट स्थान । वे हैं—सज्जाति, सद्गृहित्व, पारिव्राज्य, सुरेंद्रता, साम्राज्य, परमार्हंत्य और परमनिर्वाण । महापुराण 38.67-68