सिंहवाहिनी
From जैनकोष
(1) गिरिनार पर्वत पर रहने वाली अंबिका देवी । हरिवंशपुराण - 66.44
(2) चक्रवर्ती भरतेश की शय्या । महापुराण 37.154
(3) एक विद्या । रथनूपुर के राजा ज्वलनजटी विद्याधर ने प्रथम नारायण त्रिपृष्ठ को यह विद्या दी थी । चित्तवेग देव ने यही विद्या राम को दी थी । महापुराण 62.25-30, 90,111-112, पद्मपुराण 60, 131-135, पांडवपुराण 4. 53-54, वीरवर्द्धमान चरित्र 3.94-96