सिंहसूरि
From जैनकोष
तत्त्वार्थाधिगम भाष्य के वृत्तिकार सिद्धसेन गणी के दादा गुरु। ये श्वेतांबराचार्य मल्लवादी कृत-‘नय चक्र’ के वृत्तिकार माने जाते हैं।330। (जैन साहित्य और इतिहास1/330-); ।
विशेष देखें परिशिष्ट ।
तत्त्वार्थाधिगम भाष्य के वृत्तिकार सिद्धसेन गणी के दादा गुरु। ये श्वेतांबराचार्य मल्लवादी कृत-‘नय चक्र’ के वृत्तिकार माने जाते हैं।330। (जैन साहित्य और इतिहास1/330-); ।
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