स्तोत्र
From जैनकोष
भिन्न-भिन्न आचार्यों ने अनेकों स्तोत्र रचे हैं-
- आचार्य समंतभद्र (ई.श.2) कृत देवागम स्तोत्र, स्वयंभूस्तोत्र व जिनस्तुतिशतक।
- आचार्य पूज्यपाद (ई.श.5) कृत शांत्यष्टक में शांतिनाथ भगवान् का स्तोत्र है।
- श्वेतांबराचार्य सिद्धसेन दिवाकर (ई.555) कृत कल्याणमंदिर स्तोत्र व शाश्वत जिन स्तुति।
- आचार्य पात्रकेशरी (ई.श.6-7) कृत जिनेंद्र स्तुति या पात्रकेशरी स्तोत्र।
- आचार्य अकलंक भट्ट (ई.640-680) कृत अकलंक स्तोत्र।
- आचार्य विद्यानंदि (ई.775-840) कृत सुपार्श्वनाथ स्तोत्र।
- आचार्य वादिराज (ई.1000-1040) कृत एकीभावस्तोत्र।
- आचार्य वसुनंदि (ई.1043-1053) कृत जिनशतक स्तोत्र।
- आचार्य मानतुंग (ई.1021-1025) कृत भक्तामर स्तोत्र।
- श्वेतांबराचार्य हेमचंद्र (ई.1088-1183) कृत वीतराग स्तोत्र।
- पं.आशाधर (1173-1243) कृत सहस्रनाम स्तव।
- आचार्य पद्मनंदि (ई.1328-1398) कृत जरापल्लीपार्श्वनाथ स्तोत्र।
- जिनसहस्रनाम स्तोत्र-देखें अर्हंत ।