स्थापनाअक्षर
From जैनकोष
गोम्मट्टसार जीवकांड / जीव तत्त्व प्रदीपिका टीका गाथा 333/728/1
पुस्तकेषु तद्देशानुरूपतयालिखितसंस्थानं स्थापनाक्षरम्।
= पुस्तकादि विषैं निजदेश की प्रवृत्ति के अनुसार अकारादिकनिका आकारकरि लिखिए सो स्थापना अक्षर कहिए। देखें अक्षर ।