स्मतरंगिणी
From जैनकोष
देवता से अधिष्ठित एक शय्या । गंधर्वदत्ता जीवंधरकुमार के पास इसी शय्या पर बैठकर आती-जाती थी । नंदाढ्य का जीवंधरकुमार से मिलाप भी गंधर्वदत्ता ने इसी शय्या के द्वारा कराया था । महापुराण 75.431-436
देवता से अधिष्ठित एक शय्या । गंधर्वदत्ता जीवंधरकुमार के पास इसी शय्या पर बैठकर आती-जाती थी । नंदाढ्य का जीवंधरकुमार से मिलाप भी गंधर्वदत्ता ने इसी शय्या के द्वारा कराया था । महापुराण 75.431-436