हरवती
From जैनकोष
भरतक्षेत्र संबंधी विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी के वरुण या इला पर्वत की एक नदी । इसका अपर नाम हरिद्वती था । कुसुमवर्ती, सुवर्णवती, गजवती और चंडवेगा नदियों में इसका संगम हुआ है । महापुराण 59.118-119, हरिवंशपुराण - 27.12-13
भरतक्षेत्र संबंधी विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी के वरुण या इला पर्वत की एक नदी । इसका अपर नाम हरिद्वती था । कुसुमवर्ती, सुवर्णवती, गजवती और चंडवेगा नदियों में इसका संगम हुआ है । महापुराण 59.118-119, हरिवंशपुराण - 27.12-13