GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 46 - समय-व्याख्या - हिंदी
From जैनकोष
यह, वस्तु-रूप से भेद और (वस्तु-रूप से) अभेद का उदाहरण है ।
जिस प्रकार
- भिन्न अस्तित्व से रचित,
- भिन्न संस्थान वाला,
- भिन्न संख्या-वाला और
- भिन्न विषय में स्थित
- भिन्न अस्तित्व से रचित,
- भिन्न संस्थान वाला,
- भिन्न संख्या-वाले और
- भिन्न विषय में स्थित
- अभिन्न अस्तित्व से रचित,
- अभिन्न संस्थान वाला,
- अभिन्न संख्या-वाला और
- अभिन्न विषय में स्थित
- अभिन्न अस्तित्व से रचित,
- अभिन्न संस्थान वाला,
- अभिन्न संख्या-वाले और
- अभिन्न विषय में स्थित