GP:रत्नकरंड श्रावकाचार - श्लोक 118 - टीका हिंदी
From जैनकोष
श्रीषेण राजा आहारदान में, वृषभसेना औषधदान में, कौण्डेश उपकरणदान में और शूकर आवासदान में दृष्टान्त हैं, ऐसा जानना चाहिए ।
आहारदान में श्रीषेण राजा का दृष्टान्त है । इसकी कथा इस प्रकार है --
श्रीषेण राजा की कथा
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