GP:रत्नकरंड श्रावकाचार - श्लोक 19-20 - उत्थानिका अर्थ
From जैनकोष
अब ऊपर कहे हुए नि:शङ्कितत्वादि आठ गुणों में कौन पुरुष किस गुण के द्वारा प्रसिद्ध हुआ है, यह दिखलाते हुए दो श्लोक कहते हैं-
अब ऊपर कहे हुए नि:शङ्कितत्वादि आठ गुणों में कौन पुरुष किस गुण के द्वारा प्रसिद्ध हुआ है, यह दिखलाते हुए दो श्लोक कहते हैं-