GP:रत्नकरंड श्रावकाचार - श्लोक 26 - उत्थानिका अर्थ
From जैनकोष
आठ प्रकार के मद से प्रवृत्ति करने वाले पुरुष के क्या दोष उत्पन्न होता है? यह दिखलाते हुए कहते हैं-
आठ प्रकार के मद से प्रवृत्ति करने वाले पुरुष के क्या दोष उत्पन्न होता है? यह दिखलाते हुए कहते हैं-