GP:रत्नकरंड श्रावकाचार - श्लोक 85 - टीका हिंदी
From जैनकोष
मूली, गीला अर्थात् बिना सूखा अदरक तथा उपलक्षण से आलू, सकरकन्द, गाजर, अरबी इत्यादि मक्खन, नीम के फूल, उपलक्षण से सभी प्रकार के फूल तथा केवड़ा के फूल, इसी प्रकार और भी अन्य ऐसे पदार्थ जिनके सेवन से फल तो अल्प हो और बहुत जीवों का घात हो, वे छोडऩे योग्य हैं ।