श्री गोम्मटसार कर्मकांड शिक्षण-शिविर (Offline Only)
From जैनकोष
🌀 दिसम्बर 2021 में हमने गोम्मटसार कर्मकांड के द्वितीय शिविर का आयोजन किया था | उसमें भाग लेकर आपने चौथे अधिकार तक सीखा था | अब इसके आगे इसका तीसरा शिविर मई माह में आयोजित किया जा रहा है |
🌀 इसमें संक्रमण, अपकर्षण, उदीरणा, निधत्ति, निकाचित, उदय के नियम, बंधस्थान, उदयस्थान, सत्त्वस्थान, कैसे कर्मों के बंध हीनाधिक होते हैं आदि के बारे में सविस्तार वर्णन किया जाएगा |
🌀 प्रतिदिन 3 कक्षाएं:
📖 प्रातः 7.30 से 9:30 बजे 📖 दोपहर 3 से 5 बजे 📖 रात्रि 7.30 से 9.30 बजे
🌀 व्याख्यान: श्री विकासजी छाबड़ा, श्रीमती सारिकाजी छाबड़ा इंदौर द्वारा
🌀 शिविर के विषय:
अधिकार 4 – त्रि-प्रश्न चूलिका, बंध-अपकर्षण-उत्कर्षण आदि दशकरण
अधिकार 4 – स्थान-समुत्किर्तन, बंधस्थान, उदयस्थान, सत्त्वस्थान, कैसे कर्मों के बंध हीनाधिक होते हैं
🌀 यह शिविर मात्र ऑफलाइन ही होगा | इसमें भाग लेने के लिए आपको इंदौर आना होगा | सभी शिविरार्थियों के आवास एवं भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था रहती है | आव अवश्य अपना रजिस्ट्रेशन कराएँ एवं पधारें | इसमें भाग लेकर आपको अपूर्व आनंद आएगा |
🌀 शिविर में भाग लेने के लिए आप अपना रजिस्ट्रेशन कराने के लिए यहाँ क्लिक करें | अथवा रजिस्ट्रेशन के लिए संपर्क करें : 94244-14796 | रजिस्ट्रेशन कराने पर आपको कक्षाओं सम्बन्धी सूचनाएं ठीक से मिल सकेगी | 📃
🌀 यदि आपने पूर्व शिविर में भाग नहीं भी लिया है तब भी आप इस विषय को समझ सकते हैं | आप सभी शिविर में अवश्य भाग लेवें🙏🌀|
🌀 अन्य जो साधर्मी हैं जिन्होंने अभी तक गोम्मटसार का लाभ नहीं लिया है उन तक भी संदेश पहुंचाएं और शिविर में रजिस्ट्रेशन अवश्य कराएं |🙏
🙏 धन्यवाद🙏
शिविर समिति
आयोजक : यंग जैन स्टडी ग्रुप, इंदौर
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