असत्योपचार
From जैनकोष
यह असत्यार्थ उपचरित, असद्भूत व्यवहार नय के भेदों में से एक है। जैसे - किसी नगर या देश में रहने के कारण 'यह मेरा नगर है' ऐसा कहना। क्योंकि व्यवहार से भी वह उस नगर का स्वामी नहीं है।
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