असमवायी
From जैनकोष
वैशेषिक दर्शन के अनुसार असमवायी ऐसा कारण है जिसका कार्य से नित्य संबंध न हो, केवल आकस्मिक संबंध हो (ऐसा कारण सदा कर्म या गुण ही होता है, द्रव्य नहीं होता); जैसे—हाथ से मूसल का किसी वस्तु पर आघात करना, असमवायि कारण होता है।
इस विषय के मूल की जानकारी के लिए देखें समवाय