दृशि शक्ति
From जैनकोष
समयसार / आत्मख्याति/ परि./शक्ति नं.3 अनाकारोपयोगमयी दृशिशक्ति:। =यह तीसरी दर्शन क्रिया रूप शक्ति है। कैसी है ? जिसमें ज्ञेय रूप आकार का विशेष नहीं है ऐसे दर्शनोपयोगमयी (सत्तामात्र पदार्थ से उपयुक्त होने स्वरूप) है।
समयसार / आत्मख्याति/ परि./शक्ति नं.3 अनाकारोपयोगमयी दृशिशक्ति:। =यह तीसरी दर्शन क्रिया रूप शक्ति है। कैसी है ? जिसमें ज्ञेय रूप आकार का विशेष नहीं है ऐसे दर्शनोपयोगमयी (सत्तामात्र पदार्थ से उपयुक्त होने स्वरूप) है।