भीमक
From जैनकोष
(1) अपर नाम भीम । हरिवंशपुराण - 43.162-163, देखें भीम - 2
(2) विजयार्ध पर्वत की अलका नगरी के राजा हरिबल और उसकी रानी धारिणी का पुत्र । इसके पिता ने इसे अलकापुरी का राज्य दिया था । इसने अपने सौतेले भाई हिरण्यवर्मा की विद्याएँ हर ली थीं । अत: त्रस्त होकर वह अपने चाचा महासेन के पास चला गया था । इस घटना से क्षुब्ध होकर इसने अपने चाचा महासेन को भी मार डाला था । अंत में यह कुमार प्रीतिंकर द्वारा मारा गया था । महापुराण 76.263-289