अप्काय: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> एकेंद्रिय जलकायिक जीव । ये तृण के अग्रभाग पर रखी जल की बूंद के समान होते हैं । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 18.54,70 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एकेंद्रिय जलकायिक जीव । ये तृण के अग्रभाग पर रखी जल की बूंद के समान होते हैं । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_18#54|हरिवंशपुराण - 18.54]], [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_18#70|18.70]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:39, 27 November 2023
एकेंद्रिय जलकायिक जीव । ये तृण के अग्रभाग पर रखी जल की बूंद के समान होते हैं । हरिवंशपुराण - 18.54, 18.70