गृहस्थधर्म: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> पांच अणुव्रत, तीन गुणव्रत और चार शिक्षाव्रतों का पालन करना । यह धर्म, शक्ति, तप, दान, और शुभ भावना के भेद से चार प्रकार का होता है । <span class="GRef"> पद्मपुराण 4.46, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 1. 123-157 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> पांच अणुव्रत, तीन गुणव्रत और चार शिक्षाव्रतों का पालन करना । यह धर्म, शक्ति, तप, दान, और शुभ भावना के भेद से चार प्रकार का होता है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_4#46|पद्मपुराण - 4.46]], </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 1. 123-157 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: ग]] | [[Category: ग]] | ||
[[Category: चरणानुयोग]] |
Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
पांच अणुव्रत, तीन गुणव्रत और चार शिक्षाव्रतों का पालन करना । यह धर्म, शक्ति, तप, दान, और शुभ भावना के भेद से चार प्रकार का होता है । पद्मपुराण - 4.46, पांडवपुराण 1. 123-157