वराहक: Difference between revisions
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
वसुदेव का अनन्य भक्त । यह वसुदेव के साथ कृष्ण के कार्य से समुद्रविजय से मिला था । हरिवंशपुराण - 51.1-4