सुवेल: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) विद्याधर अमररक्ष के पुत्रों के द्वारा बताये गये दस नगरों में दूसरा नगर । <span class="GRef"> पद्मपुराण 5.371-372 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) विद्याधर अमररक्ष के पुत्रों के द्वारा बताये गये दस नगरों में दूसरा नगर । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_5#371|पद्मपुराण - 5.371-372]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) एक राजा । इसने नमस्कार करते हुए रावण की अधीनता स्वीकार की थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 10.24-21 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) एक राजा । इसने नमस्कार करते हुए रावण की अधीनता स्वीकार की थी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_10#24|पद्मपुराण - 10.24-21]] </span></p> | ||
<p id="3">(3) लंका एक द्वीप । यह बहुत समृद्ध था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 48.115-116 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) लंका एक द्वीप । यह बहुत समृद्ध था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_48#115|पद्मपुराण - 48.115-116]] </span></p> | ||
<p id="4">(4) सुवेलगिरि का एक नगर । वनवास के समय राम यहाँ आये थे । <span class="GRef"> पद्मपुराण 54.70 </span></p> | <p id="4" class="HindiText">(4) सुवेलगिरि का एक नगर । वनवास के समय राम यहाँ आये थे । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_54#70|पद्मपुराण - 54.70]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
(1) विद्याधर अमररक्ष के पुत्रों के द्वारा बताये गये दस नगरों में दूसरा नगर । पद्मपुराण - 5.371-372
(2) एक राजा । इसने नमस्कार करते हुए रावण की अधीनता स्वीकार की थी । पद्मपुराण - 10.24-21
(3) लंका एक द्वीप । यह बहुत समृद्ध था । पद्मपुराण - 48.115-116
(4) सुवेलगिरि का एक नगर । वनवास के समय राम यहाँ आये थे । पद्मपुराण - 54.70