पृथिवीमती: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(One intermediate revision by the same user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) हस्तिनापुर के राजा पुरंदर की रानी और कीर्तिधर की जननी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 21. 140 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) हस्तिनापुर के राजा पुरंदर की रानी और कीर्तिधर की जननी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_21#140|पद्मपुराण - 21.140]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) अयोध्या के राजा अनरण्य की महादेवी । यह अनंतरथ और दशरथ की जननी थी । इसका अपरनाम सुमंगला था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 22. 160-162, 28.158 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) अयोध्या के राजा अनरण्य की महादेवी । यह अनंतरथ और दशरथ की जननी थी । इसका अपरनाम सुमंगला था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_22#160|पद्मपुराण - 22.160-162]], 28.158 </span></p> | ||
<p id="3">(3) आर्यिका । सीता ने इससे ही दीक्षा ली थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 105.78 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) आर्यिका । सीता ने इससे ही दीक्षा ली थी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_105#78|पद्मपुराण - 105.78]] </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
(1) हस्तिनापुर के राजा पुरंदर की रानी और कीर्तिधर की जननी । पद्मपुराण - 21.140
(2) अयोध्या के राजा अनरण्य की महादेवी । यह अनंतरथ और दशरथ की जननी थी । इसका अपरनाम सुमंगला था । पद्मपुराण - 22.160-162, 28.158
(3) आर्यिका । सीता ने इससे ही दीक्षा ली थी । पद्मपुराण - 105.78