अंबुदावर्त: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> भगली देश का पर्वत । यहाँ चारण ऋद्धिधारी श्रीधर्म और अनंतवीर्य मुनियों का समागम हुआ था । अपने भाई शतबली द्वारा निर्वासित हरिवाहन इसी पर्वत पर इन मुनियों से दीक्षा लेकर सल्लेखना द्वारा ऐशान स्वर्ग में देव हुआ था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.19-21 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> भगली देश का पर्वत । यहाँ चारण ऋद्धिधारी श्रीधर्म और अनंतवीर्य मुनियों का समागम हुआ था । अपने भाई शतबली द्वारा निर्वासित हरिवाहन इसी पर्वत पर इन मुनियों से दीक्षा लेकर सल्लेखना द्वारा ऐशान स्वर्ग में देव हुआ था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_60#19|हरिवंशपुराण - 60.19-21]] </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 14:40, 27 November 2023
भगली देश का पर्वत । यहाँ चारण ऋद्धिधारी श्रीधर्म और अनंतवीर्य मुनियों का समागम हुआ था । अपने भाई शतबली द्वारा निर्वासित हरिवाहन इसी पर्वत पर इन मुनियों से दीक्षा लेकर सल्लेखना द्वारा ऐशान स्वर्ग में देव हुआ था । हरिवंशपुराण - 60.19-21